PM Narendra Modi Independence day Speech: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में Bangladesh, UCC, One Nation One Election और Olympics 2036 की चर्चा की है. उनके भाषण की बड़ी बातें-
- बांग्लादेश में हालात जल्द ही सामान्य हो. हिंदू और अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित हो. भारत हमेश चाहता है कि हमारे पड़ोसी देश शांति की राह पर चलें.
- सुप्रीम कोर्ट ने यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) पर बात की है. मौजूदा सिविल कोड एक तरह से कम्यूनल सिविल कोड है. जो कानून धर्म के आधार पर देश को बांटते हैं, ऐसे कानून आधुनिक समाज नहीं बनाए जाते. देश में सेक्युलर सिविल कोड होना चाहिए तब जाकर धर्म के आधार पर भेदभाव से मुक्ति मिलेगी.
- देश में बार-बार चुनाव प्रगति को रोक रहे हैं. हर योजना चुनाव के रंग से रंग दिया गया है. सभी दलों ने अपने विचार रखें हैं. एक कमेटी ने रिपोर्ट बनाई. वन नेशन वन इलेक्शन सामने आया है. इस सपने को साकार करने के लिए सभी राजनीतिक दलों से साथ आने को कहता हूं.
- G20 का आयोजन कर हमने दिखाया कि भारत में बड़े से बड़ा आयोजन हो सकता है. भारत चाहता है कि 2036 का ओलिंपिक भारत में हो, हम इसके लिए तैयारी कर रहे हैं.
- महिलाओं पर अत्याचार करने वालों को फांसी पर लटकाना चाहिए. जब बलात्कार की खबरें आती हैं तो मीडिया में इसकी बहुत चर्चा होती है, लेकिन जब बलात्कारी को सजा मिलती है तो चर्चा नहीं होती.
- मेरे देश में कुछ ऐसे लोग निकल रहे हैं, जो भ्रष्टाचार का महिमामंडन कर रहे हैं. मैं भ्रष्टाचारियों से निपटकर रहूंगा.
- हमारे देश में मेडिकल एजुकेशन के लिए बच्चे विदेश पढ़ने जा रहे हैं. ऐसे-ऐसे देशों में जा रहे हैं, जिसके बारे में सोचकर आश्चर्य होता है. अगले पांच साल में मेडिकल लाइन में 75 हजार नई सीटें बनाई जाएंगी.
- परिवारवाद और जातिवाद को खत्म करने के लिए राजनीति में फ्रेश ब्लड, नौजवानों को आगे लाया जाएगा, जिनका कोई भी राजनीतिक बैकग्राउंड ना हो. पंचायत से लेकर विधानसभा तक 1 लाख युवाओं को आगे लाएंगे, चाहे वो किसी भी पार्टी में जाएं.
- 140 करोड़ देशवासी अगर चाहेंगे तो साल 2047 तक भारत एक विकसित देश बनेगा. ये अब सिर्फ एक भाषण नहीं है. अब देर नहीं होनी चाहिए. लोगों से सुझाव मांगे जा रहे हैं. लोग चाहते हैं कि अंतरिक्ष में भारत का अपना स्पेस सेंटर हो. देश के युवा अब धीरे-धीरे नहीं चलना चाहते, वो छलांग लगाना चाहते हैं. ये भारत का ‘स्वर्णिम काल’ है. देश की आजादी में दलित, महिलाओं, आदिवासियों समेत सबका योगदान था. उन्होंने कहा कि 1857 से पहले भी देश के आदिवासी क्षेत्रों में आजादी की लड़ाई लड़ी गई.
- इससे पहले देश में आतंकवादी हमले होते थे. लेकिन अब सेना सर्जिकल स्ट्राइक करती है.
- बैंकिंग सेक्टर को मजबूत बनाया गया है. हर किसी को इसका फायदा मिल रहा है. सब लोग लोन ले पा रहे हैं. बैंक मजबूत होती है तो अर्थव्यवस्था मजबूत होती है. मिडिल क्लास को ताकत मिलती है. किसानों को, स्टार्ट-अप के लिए युवाओं को, विदेश में पढ़ाई के लिए… सबको लोन चाहिए होता है.
- आजादी के बाद देश को ‘माई-बाप कल्चर’ का सामना करना पड़ा. सरकार ने इसको लेकर काम किया है और अब पूरी दुनिया का ध्यान भारत की ओर है.
- Women Self Help Group से हाल के समय में 10 करोड़ महिलाएं जुड़ी हैं. महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं. और जब महिलाएं आत्मनिर्भर बनती हैं तो परिवार के निर्णय प्रक्रिया का हिस्सा बनती हैं.
- हमने छोटी गलतियों में जेल जाने वाले कानूनों को खत्म कर दिया. मैंने सपना देखा है कि जब 2047 में विकसित भारत बनेगा तो सामान्य नागरिक के जीवन में सरकार की दखलअंदाजी कम होगी. हमने हजारों कानूनों को खत्म कर दिया. ताकि देशवासियों को कानूनों के जंजाल में नहीं पड़ना पड़े.
- सरकार ने वर्किंग वुमेन के लिए पेड मेडिकल लीव की अवधि को 12 हफ्ते से बढ़ाकर 26 हफ्ते की है. सरकार का प्रयास है कि बच्चे की परवरिश में सरकार रुकावट न बने.
- हम ट्रांसजेंडर को सम्मान का जीवन देने के प्रयास कर रहे हैं.
- नालंदा का गौरव वापस लाना है. हमने नालंदा यूनिवर्सिटी को फिर से शुरू किया है.