यूपी उपचुनाव : 80 बनाम 80

राजेन्द्र द्विवेदी- देश के इतिहास में पहली बार उत्तर प्रदेश उपचुनाव में 80 बनाम 80 का प्रयोग डंके की चोट पर किया जा रहा है। एक तरफ हिन्दुत्व की मसाल लेकर 20 प्रतिशत मुस्लिमों को अलग करके 80% हिन्दुओं पर खुलेआम योगी आदित्यनाथ उपचुनाव जीतने का दावा कर रहे हैं।

दूसरी तरफ अखिलेश यादव ने पीडीए के नारे पर सवर्ण को छोड़कर 80% आबादी मुस्लिम, दलित, पिछड़ें को टिकट देकर उपचुनाव जीतना चाहते हैं। खुलेआम भाजपा संघ और योगी आदित्यनाथ कह रहे है कि बटेंगे तो कटेंगे। यानि 80% आबादी को यह चेतावनी दे रहे है कि अगर बंट गए तो काटे जाओगे। चुनाव जीतने के लिए ऐसे नारी बहुत दुखद है। उपचुनाव जीतने का हिंदुओं को एकजुट करने का हथकंडा है। दूसरी तरफ अखिलेश यादव पीडीए के तहत चुनाव जीतना चाहते हैं। सपा वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने बटेंगे तो कटेंगे पर कहा कि बोलेंगे तो पिटेंगे।

इन्ही नारों के बीच 13 तारिख को मतदान होगा। योगी के हिन्दुत्व और अखिलेश के पीडीए की भी अग्निपरीक्षा हो जाएगी। हालांकि योगी जहाँ 20% मुस्लिमों की बात बिलकुल नहीं करते है हिन्दुओं की बात करते हैं वहीँ अखिलेश दलित,  पिछड़ें, अल्पसंख्यक के साथ अगड़े की भी बात करते हैं। इसके तहत नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पाण्डेय को बनाया है लेकिन उपचुनाव में अखिलेश ने टिकट में केवल शत प्रतिशत प्रयोग पीडीए पर ही किया है। 23 नवंबर को चुनाव परिणाम तय करेगा कि बटेंगे तो कटेंगे बनाम पीडीए में कौन भारी रहेगा ?